तख़तपुर
ब्यूरो – नगरपालिका तख़तपुर में कर्मचारियों को अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का खामियाजा वेतन का इंतजार करते हुए भुगतना पड़ रहा है।वही कमीशन देने वाले ठेकेदार करोड़ो का भुगतान पाकर मौज कर रहे हैं।अधिकारियों से पूछे जाने पर कर्मचारियों के लिए फण्ड नही होने का रटा रटाया जवाब दिया रहा है।

तख़तपुर नगर पालिका के कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नही मिलने से परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो रहा है।नगर पालिका में लगातार शासकीय योजनाओं को अमल में लाने वाले कर्मचारियों की सुध उनके अपने अधिकारी और जनप्रतिनिधि ही नही ले रहे है।पिछले तीन महीनों से वेतन नही मिलने के कारण वेतन पर ही निर्भर रहने वाले कर्मचारियों के घर फांके की नौबत आ रही है।वही कमीशन देने वाले ठेकेदारों को सिर आंखों पर बिठाकर करोड़ो का भगतां किया जा रहा है।पिछले छः महीनों में नगर पालिका के ठेकेदारों को दो करोड़ से ऊपर का भुगतान किया जा चुका है। यह जानकारी स्वयं सीएमो ने दी है।लेकिन कर्मचारियों को वेतन नही दिय्य जाने के सवाल पर कहा गया कि शासन से वेतन के लिए फण्ड नही आया है,इसलिए वेतन भगतां नही हुआ है।लेकिन मैडम को यह भी समझना चाहिए कि कर्मचारियों के लिए शासन से वेतन फण्ड लाने की जवाबदारी भी उन्ही की है।जिस तरह तत्परता दिखाकर ठेकेदारों के भुगतान प्रकरण निपटाया जा रहा है ।उसी तत्परता से ययदी मैडम अपने मातहतों के लिए भी शासन से पत्र व्यवहार करती तो कर्मचारियों कोअपने परिश्रमिक के लिए इंतजार नही करना पड़ता।लेकिन कर्मचारियों से कमीशन थोड़े ही मिलता है ,जो उनके लिए इतनी संजीदगी से काम किया जाए ।भले उनके कर्मचारी आर्थिक तंगी के अभाव में मानसिक अवसाद में क्यों न आ जाएं।
सीएमओ शीतल चंद्रवंशी का कहना है कि कर्मचारियों के लिए वेतन बजट शासन स्तर से ही नही आया है।इसलिए वेतन भुगतान नही हो पाया है।ठेकेदारों को कितना भगतान हुआ है यह रिकॉर्ड देखकर ही बता पाऊंगी।
अंदाजन कितना पूछने पर उनका कहना था अंदाजन दो करोड़ के आसपास भुगतान हुआ होगा।