बिलासपुर
ब्यूरो –
कोविड-19 की वैक्सीन लगवाने में डरने या उदासीनता बरतने वाले हेल्थ वर्कर का नाम दो दिन प्रतीक्षा सूची में रखने के बाद एप्प से हटा दिया जाएगा फिर उन्हें टीका नही लगाया जाएगा।16 जनवरी से चलाए जा रहे टीकाकरण में पहले स्वास्घ्य कर्मियों को ही यह टीका लगाया जा रहा है।लेकिन टीकाकरण के प्रति स्वास्थ्यकर्मियों के बीच डर और उदासीनता के कारण प्रति दिन निर्धारित लक्ष्य में टीकाकरण नही हो पा रहे है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने स्वास्थ्य कर्मियों से नही डरने और समय पंर टीका लगवाने की अपील की है।
16 जनवरी से चलाए जा रहे दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में कोविड -19 के लिए सबसे पहले स्वास्घ्य कर्मियों को लगाए जा रहे है।लेकिन आम जनता को कोरोना से बचाव और अन्य बातें समझाने और कोरोना की भयावहता को बहुत करीब से देखने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को ही कोरोना के वैक्सीन पर विश्वास नही हो पा रहा है।कुछ डर के कारण तो कुछ इसके प्रति उदासीनता के कारण टीका लगवाने वालों की सूची में नाम होने के बाद भी टीका लगवाने टीकाकरण केंद्र नही पहुंच रहे हैं।इसके चलते टीकाकरण का दैनिक लक्ष्य हासिल नही हो पा रहा है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और जिला टीकाकरण अधिकारी ने ऐसे स्वास्घ्य कर्मियों से नही डरने की अपील करने के साथ चेतावनी भी दी है कि जिनके नाम टीका लगवावे वालो की सूची में है। यदि वे टीका लगवाने नही आने वालों का नाम दो दिन तक प्रतीक्षा सूची रखा जाएगा ।इसके बाद उनका नाम एप्प से हटा दिया जाएगा और उन्हें आगे भी टीका नही लगाया जाएगा।
बिलासपुर सीएमएचओ डॉ प्रमोद महाजन ने बताया
जिले में छह सेंटरों में कोविड की वैक्सीन लगाई जा रही है। इन सभी सेंटरों को मिलाकर 580 फ्रंट लाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य दिया गया है। सभी कर्मचारी सुबह 8 बजे निर्धारित सेंटर में पहुंचर सुबह 9 बजे से वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कर रहे हैं। लेकिन निर्धारित लक्ष्य के मुताबिक कुछ फ्रंट लाइन वर्कर्स वैक्सीनेशन के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। पहले दिन 600 लोगों में से 359 को यह टीका लग पाया था तो 18 जनवरी को यह संख्या 580 में 326 वैक्सीनेशन की ही रही है। यदि बिना सूचना दिए कोई वैक्सीन नहीं लगवाता तो दो दिन तक उसके नाम को प्रतिक्षा सूची में रखा जाएगा इसके बाद वह नाम एप से हट जाएगा और फिर दोबारा उसे कोविड का टीका नहीं लगेगा।डॉ. महाजन ने आगे बताया कि कई लोगों को कोरोना संक्रमित, गर्भावस्थाव अन्य स्वास्थ्यगत कारणों से टीका नहीं लगाया जा रहा है। जबकि कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने सूचना देकर न आने का कारण बताया है। इनको बाद में कोविड की वैक्सीन लगाई जाएगी। कई ऐसे भी लोग हैं, जिन्होंने कोई सूचना भी नहीं दी है और वैक्सीनेशन के लिए भी नहीं पहुंचे हैं। ऐसे लोगों का दो दिन बाद एप से स्वयं ही नाम हट जाएगा इसलिए बिना लापरवाही किए वैक्सीनेशन निर्धारित दिन व समय पर करवाएं। कोरोना से जंग जीतनी है तो वैक्सीन लगवाना जरूरी है। यह टीका बिल्कुल सुरक्षित है’’।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सैम्युअल ने बताया
’जिन लोगों को कोविड की पहली डोज लग चुकी है उन्हें दूसरी डोज 28वें दिन लगेगी। इतना ही नहीं सभी वैक्सीनेशन सेंटर में ऑब्जर्वेशन रूम बनाए गए हैं। टीका लगने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र परफ्रंट लाइन वर्कर्स को रोका जा रहा है। प्रतिरक्षित व्यक्ति को बताया जा रहा है कि इसके बाद भी यदि उन्हें बेचैनी या किसी भी तरह की समस्या होती है तो निकटतम स्वास्थ्य अधिकारियों, एएनएम और आशा को इसकी सूचना दें। इसके लिए एंबुलेंस सेवा 108 भी उपलब्ध रहेगी। वैक्सीनेशन के बाद प्रतिरक्षित व्यक्ति भी कोरोना अनुरूप व्यवहारों जैसे मास्क पहनना, हाथ की सफाई और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाये रखने का पालन करें।
सत्यापन के लिए आवश्यक कागजात
कोविड – 19 टीकाकरण के लिए जाते समय एक पहचान पत्र ले आना न भूलें। इसमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आइडी एवं पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन दस्तावेज, मनरेगा कार्ड , स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, सांसदों, विधायकों, एमएलसी को जारी आधिकारिक प्रमाण पत्र, बैंक, पोस्ट ऑफिस की पासबुक, केंद्र, राज्य सरकार या पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सेवा आईडी कार्ड आदि में कोई एक हो सकता है।