बिलासपुर
ब्यूरो- छत्तीसगढ़ के धुरंधर और राजनीति के माहिर नेता तथा पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया है।वे पिछले कई दिनों से सांस में तकलीफ की शिकायत के कारण नारायण अस्पताल में भर्ती थे।पूरी कोशिश के बावजूद डॉक्टर उन्हें नही बचा सके ।आज दोपहर साढ़े तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।उनके निधन पर राज्य में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित।किया गया है।
छत्तीसगढ़ की राजनीतिक की प्रमुख धुरी ,बड़े मझे हुए राजनीतिज्ञ तथा छत्तीसगढ़ शासन की कमान पहली बार अपने हाथ लेकर चलाने वाले पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का आज दोपहर साढे तीन बजे निधन हो गया ।वे 74 वर्ष के थे उन्हें 9 मई को उन्हें सुबह सांस में तकलीफ होने के बाद नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।इस बीच उन्हें कार्डियक अटैक भी हुआ था।बाद में अजीत जोगी का में चले गए थे और एक तरह से ब्रैंड डेड हो गए थे। सिंगापुर के डॉक्टरों की सलाह से उनके देखो मस्तिष्क को सक्रिय करने का प्रयास किया जा रहा था किंतु सफलता नहीं मिल पा रही थी इंफ्रारेड और दूसरे प्रकार की चिकित्सा सुविधाओं का भी उपयोग किया जा रहा था। किंतु अजीत जोगी के हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रही थी ।आज उन्हें तीसरी बार कार्डियक अरेस्ट आने के बाद 3:30 बजे उन्होंने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया ,और राजनीति के एक धुरंधर व्यक्ति का किरदार इस दुनिया से चला गया।
उनके निधन की जानकारी उनके पुत्र अमित जोगी ने टि्वटर हैंडल पर ट्वीट करके दिया।उन्होंने लिखा कि 20 वर्षीय छत्तीसगढ़ के सिर से पिता का साया उठ गया है। अजीत जोगी जी ढाई करोड़ लोगों के अपने परिवार को छोड़, ईश्वर के पास चले गए हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि उनका अंतिम संस्कार गौरेला में कल किया जायेग।
अजीत जोगी के निधन पर राज्यपाल अनुसुइया उइके ,मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्ति की है और उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की है।