मस्तूरी
सूरज सिंह- ग्राम सरपंच की शह पर गांव के कुछ लोगो द्वारा सरकारी बोर में निजी पंप लगाकर उपयोग किया जा रहा है।दूसरी ओर आम लोग पाणिंके लिए परेशान हो रहे है।शिकायत के बाद भी न तो सरपंच कुछ कर रहा है और न ही शासन।
पंचायत चुनाव में समर्थन का कर्जा उतारने सरपंच ने अपने।लोगो को सरकारी बोर में अपना पंप लगाकर निजी उपयोग करने की अघोषित अनुमति दे दी है।वही दूसरी ओर गाँव की जनता पानी के लिये तरस रही है ।बार बार सरपंच से पानी की व्यवस्था की गुहार लगाने के बाद भी सरपंच उनकी समस्याओं के प्रति उदासीन बना हुआ है।मामला ग्राम पंचायत बूढ़ी खार का है,जहां सरपंच की उदासीनता के कारण गर्मी के दिनों में ग्राम वासियों को पानी की भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।कई ऐसे हैंडपंप हैं जिनमें वाटर लेवल नीचे जाने के कारण पानी ही नहीं निकल रहा है थोड़ी देर पानी निकलता है फिर बंद हो जाता है ।वही जिस हैंडपंप में पानी अच्छे से आ रहा है उसमें गांव के छोटेलाल रात्रे के द्वारा कब्जा कर लिया गया है, और निजी उपयोग किया जा रहा है। इसकी वजह से ग्रामीणों को हैंडपंप से पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायत के वार्ड क्रमांक 11 के पंच के घर के सामने लगा हुआ हैंडपंप का भी हाल बद से बदतर हो चुका है। उसमें भी पानी नहीं आ रहा है। इसकी शिकायत पंच के द्वारा सरपंच के पास कई बार किया जा चुका है,पर ग्राम पंचायत की सरपंच गोमती भैना इस ओर ध्यान ही नहीं दे रही है। कई बार सूचना देने के बाद भी नल में सुधार कार्य नहीं करवाया जा रहा है। अब यह सोचने वाली बात है कि जब पंचायत के पंच के घर के सामने का हाल यह है, तो बाकी पंचायत में लगे हैंडपंप की स्थिति का आप खुद ही आकलन कर सकते हैं। पंचायत के पंच के द्वारा ऐसा भी बताया गया कि जो लोग बोर में कब्जा किए हुए हैं वे लोग सरपंच के चुनाव में गोमती भैना के समर्थक थे,जिसकी वजह से सरपंच के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है