बिलासपुर
ब्यूरो- केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री डॉ हर्षवर्धन आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी बोर्ड के प्रमुख का पदभार संभालेंगे। यह जिम्मेदारी एक साल तक उनके कंधो पर रहेगी ।वे जापान के डॉ हिरोकी नाकातानी का स्थान लेंगे।मंगलवार को 194 देशों ने भारत को डब्लूएचओ के कार्यकारी बोर्ड में शामिल करने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए।डब्ल्यूएचओ के दक्षिण-पूर्व एशिया समूह ने पिछले साल सर्वसम्मति से निर्णय लिया था कि भारत को तीन साल के कार्यकाल के लिए कार्यकारी बोर्ड के लिए चुना जाएगा।
विश्व पटल पर भारत का कद एक बार फिर बढ़ने जा रहा है। आज भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन विश्व स्वास्थ्य संगठन के 34 सदस्यीय कार्यकारी समिति के प्रमुख का पदभार ग्रहण करने जा रहे है।वे जापान के डॉ हिरोकि नाकतानी का स्थान लेंगे ।विश्व स्वास्थ्य संगठन के 194 देशों ने मंगलवार को कार्यकारी बोर्ड में भारत की सदस्यता पर मुहर लगाते हुए रास्ता साफ कर दिया।यह पूर्णकालिक जिम्मेदारी नहीं है और स्वास्थ्य मंत्री को सिर्फ बैठकों में शामिल होना होगा।बोर्ड की बैठक साल में दो बार होती है और मुख्य बैठक आमतौर पर जनवरी में होती है. जबकि दूसरी बैठक मई में होती है।कार्यकारी बोर्ड का मुख्य काम स्वास्थ्य असेंबली के फैसलों व पॉलिसी तैयार करने के लिए उचित सलाह देने का होता है।34 सदस्यीय एग्जीक्यूटिव बोर्ड के चेयमैन होने के कारण हर्षवर्धन अब डब्लूएचओ प्रमुख डॉ ग्रेबरोयेस के समकक्ष होंगे।डॉ ग्रेबरोयस पर कोरोना को लेकर मिलीभगत का आरोप लगते रहे है।इसके कारण उन्हें जांच का सामना करना पड़ सकता है।डॉ हर्षवर्धन के अध्यक्ष बनने के बाद चीन की मुसीबत भी बढ़ सकती है।