तख़तपुर
ब्यूरो- अपने कर्तव्य पालन के समय पत्रकारो का जीवन हर समय खतरे में रहता है।यदि पत्रकार के दुश्मन गाँव के ही लोग हो तो यह और भी कष्टदायी हो जाता है।ऐसे कष्ट और परेशानी का सामना एक न्यूज़ चैनल के संवादतदाता गोविंद सिंगरौल को करना पड़ रहा है।ग्राम पंचायत गिरधौना के रहने वाले गोविंद को उनके ही गाँव का सरपंच पुत्र खुद को गाँव का सरपंच और मुखिया बताते हुए लगातार जान से मारने की धमकी दे रहा है।साथ ही अवैध वसूली का झूठा आरोप लगाकर फंसाने की धमकी भी दे है।पत्रकार ने थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
आज कल गलत काम धंधा करने वालो द्वारा पत्रकारो के विरुद्ध अवैध वसूली का आरोप लगाकर फंसाने की धमकियां बहुत दी जा रही है।इसी बहाने उन्हें रोकने का रास्ता बनाया जा रहा है।कुछ पुलिस की मिली भगत करके सफल भी हो रहे है।मगर सच्चाई की ताकत कलमकारों को रुकने और झुकने नही देता। ऐसी ही स्थिति का सामना पत्रकार गोविंद सिंगरौल को करना पड़ रहा है।ग्राम पंचायत गिरधौना के सरपंच पुत्र बीरेंद्र सिंगरौल पिता जगदीश सिंगरौल द्वारा खुद को गाँव का सरपंच और मुखिया बताते हुए किसी भी प्रकार की रिपोर्टिंग करने पर देख लेने की धमकी दे रहा है।और पिछले दिनों लॉक डाउन में कवरेज के दौरान कुछ लोगो को इकट्ठा कर मारपीट करने का भी प्रयास किया गया था ।लेकिन गोविंद वहां से जान बचाकर आ गये।इसके बाद भी गोविंद को लगातार घर के पास आकर अप्रत्यक्ष धमकी दी जा रही है।साथ ही गोविंद घर के बाहर गंदी गंदी गालियां बकी जा रही है।सरपंच का पुत्र लोगो से खुले आम कहता फिरता है कि मैं पुलिस को 20 हजार देकर आ गया हूँ ।इसको अंदर करवाऊँगा।
बताता है फर्जी
गोविंद सिंगरौल के पास आरएनआई से पंजीकृत न्यूज़ चैनल का आई डी कार्ड होने के साथ ही पीआरओ लेटर और उसके विभिन्न कार्यालयों में जमा करने की पावती भी है।जो उसे एक पत्रकार साबित करते है।किन्तु खुद को सरपंच कहने वाला सरपंच पुत्र गोविंद को गाँव भर में फर्जी पत्रकार कहता फिरता है।पुलिस को उसकी शिकायत की गई है। थाना प्रभारी द्वारा लॉक डाउन के बाद जांच करने की बात कही गयी है।लेकिन अब गोविंद ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों और संगठनों तक पहुंचाने की बात कही है।