लगातार किये गए प्रयास का प्रतिफल है आज के बजट की घोषणा- रश्मि सिंह

तखतपुर

डेस्क

तखतपुर-छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज प्रस्तुत किये गए बजट में तखतपुर के लिए बड़ी घोषणाएं हुई है।तखतपुर विधानसभा में कन्या महाविद्यालय और डेयरी टेक्नोलॉजी संस्थान खोले जाने की घोषणा की गई है। इसके लिए जहां विधायक रश्मि सिंह ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है । वहीं तखतपुर की जनता ने विधायक रश्मि सिंह का फूल माला और आतिशबाज़ी से स्वागत कर खुशी का इजहार किया है।और विधायक को उंनके प्रयास की सफलता के लिए धन्यवाद के साथ बधाई दी है।

आज छत्तीसगढ़ के बजट भाषण में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खोले जाने और तखतपुर के विधानसभा क्षेत्र में डेयरी टेक्नोलॉजी संस्थान खोले जाने की घोषणा की गई है।मुख्यमंत्री की इस घोषणा से लोगो में खुशी की लहर दौड़ गयी ।और विधायक रश्मि सिंह के तखतपुर आगमन का इंतजार होने लगा ।जैसे ही विधायक तखतपुर पहुंची समर्थको और आम जनों ने उनका फूल माला और आतिशबाज़ी से स्वागत कर आभार व्यक्त किया।उसके बाद समर्थक, विधायक रश्मि सिंह को बाजे गाजे के साथ लेकर मुख्यमार्ग में मंडी चौक से पैदल कांग्रेस कार्यालय गए ।बीच मे व्यापारी महासंघ द्वारा उनका फूलमाला के साथ स्वागत कर मिठाइयां बाटी गयी।

पुराने बस स्टैंड में विधायक रश्मि ने लोगो को बताया कि आज का बजट तखतपुर के लिए सौगातों से भरा रहा।इस बात को सदन में लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह सहित कई विधायको ने कही।विधायक ने बताया कि तखतपुर को कन्या महाविद्यालय खुलने से लाभ मिलेगा ही।लोरमी में खुलने वाले कृषि महाविद्यालय का भी लाभ तखतपुर के विद्यार्थियों को मिलेगा।पूर्व घोषित एसडीएम कार्यालय के लिए भी बजट का आबंटन इस बजट में किया गया है।घुटकू से सकरी के बीच जमीन की उपलब्धता की जानकारी दिए जाने पर तखतपुर के लिए डेयरी टेक्नोलॉजी संस्थान की भी घोषणा इस बजट में कई गयी है।

कैसे मिली सौगात

विधायक रश्मि सिंह ने बताया कि तीज मिलन समारोह में आये मुख्य मंत्री भूपेश बघेल के सामने एसडीएम कार्यालय, कन्या महाविद्यालय,डेयरी तकनीक संस्थान की मुख्य मांगे की गई थी।इनमें से एसडीएम कार्यालय की घोषणा मुख्यमंत्री ने सभा मे ही कर दी थी किन्तु अन्य दो मांगो के लिए आगे पूरी करने का वादा किया था।जिसे आज के बजट भाषण में घोषणा करके माननीय मुख्यमंत्री ने पूरा किया है।लेकिन यह इतना आसान भी नही था।इन्हें बजट में घोषित कराने के लिये लगातार प्रयास करती रही और मुख्यमंत्री को याद दिलाती रही।27 फरवरी को भी बजट में दोनो मांगों के लिए याद दिलाया।यह लगातार किये गए प्रयासों का ही नतीजा है।

क्या होगा लाभ

नगर में कन्या महाविद्यालय खुलने से तखतपुर के आसपास की पढ़ने वाली लड़कियों को अब उच्च शिक्षा के अधिक अवसर मिलेंगे।कितनी छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा इसका अंदाजा यहां की कन्या शाला में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या से ही अंदाजा लगाया जा सकता है।नगर की शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में इस वर्ष 1054 छात्राएं पढ़ रही है।इनमें से 291 छात्राएं हायर सेकेंडरी की परीक्षा दे रही है।तो244 छात्राये दसवीं की परीक्षा में बैठ रही है। शेष 9वी और 11वी की पढ़ाई कर रही है।पिछले वर्ष भी इस विद्यालय से 249 छात्राये 12वी की परीक्षा में बैठी थी।इसके अलावा नगर में अन्य विद्यालयों में भी हजारों छात्राएं 9वी से 12वी तक कि कक्षा में पढ़ाई कर रही हैं।साथ ही सैडको छात्राएं यहां से बिलासपुर के लिए पढ़ने जाती हैं।इस तरह प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में तखतपुर के आस पास की छात्राये 12 वी पास होकर निकलती है।जबकि यहाँ केवल एक महाविद्यालय है,जो सह शैक्षिक है इसमें कुछ ही छात्राओं को अवसर मिल पाता है।कुछ,जो बिलासपुर जा कर पढ़ाई करने में सक्षम है वे बिलासपुर के महाविद्यालयों में पढ़ाई करने चली जाती है। बाकी छात्राये सीट नही मिलने और साधन नही होने के कारण 12 वी के बाद या तो पढ़ाई छोड़ देती है या फिर स्वाध्यायी के रूप में परीक्षा देती है।

तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खुलने से क्षेत्र की ऐसी लड़कियों को नियमित उच्चशिक्षा प्राप्त करने के पर्याप्त अवसर मिलेंगे ।जो साधन नही होने के कारण पढ़ाई अधूरी छोड़ देती थी या स्वाध्यायी के रूप में परीक्षा देने पजबूर हो जाती थी।साथ ही उन्हें भी राहत मिलेगी जो मजबूरी में बिलासपुर जाकर पढ़ाई करती थी।

डेयरी टेक्नोलॉजी संस्थान के खुलने से क्षेत्र के नव युवकों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।वे डेयरी और उससे जुड़े उत्पादों की शिक्षा लेकर स्वयं का व्यवसाय कर सकते है।बड़ी कंपनियों में नौकरी मिल सकती है।सबसे बड़ा फायदा क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन और प्रसंस्करण की जानकारी आम लोगो तक पहुंचने से दुग्ध उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी ।दुग्ध डेयरी तकनीक डिप्लोमा कोर्स के डेयरी टेक्नोलॉजी से संबंधित कोर्स में मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों जैसे डेयरी इंजीनियरिंग, डेयरी केमिस्ट्री तथा डेयरी बैक्टिरियोलॉजी आदि आते हैं। कोर्स के दौरान छात्रों को मिल्क प्रोडक्शन, डेयरी इक्विपमेंट एंड यूटिलिटीज, मिल्क प्रोसेसिंग एंड पैकेजिंग, डेयरी प्रोडक्ट्स, इंश्योरेंस, डेयरी मैनेजमेंट तथा मार्केटिंग से जुड़ी अन्य जानकारी प्रदान की जाती है। आजकल डेयरी सेक्टर में तकनीकी जानकारियों को भी जरूरी माना जाता है। इसके चलते कोर्स की महत्ता बढ़ी है।

किस रूप में मिलता है काम
डेयरी टेक्नोलॉजिस्ट
सुपरवाइजर
कंसल्टेंट
डेयरी इंजीनियर
डेयरी साइंटिस्ट
रिसर्चर
टीचिंग
प्लांट मैनेजर

शैक्षिक योग्यता
इसके लिए छात्रों का 10+2 (पीसीएम) की परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना आवश्यक है। बारहवीं की परीक्षा में बैठने वाले छात्र भी इसमें रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। इसमें साइंस एवं एग्रीकल्चर स्ट्रीम के छात्रों को वरीयता दी जाती है।

क्षेत्र में डेयरी दुग्ध संस्थान खुलने से युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

पॉलीटेकनिक कॉलेज भी इसी परिवार ने खुलवाया

तखतपुर विधायक रश्मि सिंह पूर्व तखतपुर विधायक स्व.बलराम सिंह की बहू और प्रदेश कांग्रेस सचिव आशीष सिंह ठाकुर की पत्नी है।जब स्व .बलराम सिंह क्षेत्र के विधायक थे तो उन्होंने तखतपुर क्षेत्र में पॉलीटेकनिक कॉलेज खोलने की पहल की थी और आज क्षेत्र सहित पूरे छत्तीसगढ़ के विद्यार्थियों को उसका लाभ भी मिल रहा है।अब रश्मि सिंह के कार्यकाल में कन्या महाविद्यालय और डेयरी संस्थान खुलने से इस परिवार के सिर उपलब्धि का एक और सेहरा बंध गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *