बिलासपुर
ब्यूरो
तख़तपुर उप पंजीयक कार्यालय में पंजीयन के लिए शुल्क के अलावा पैसों की मांग की लगातार मिल रही शिकायत सोमवार को सबके सामने आ गई ।सोमवार को खजुरी से जमीन रजिस्ट्री कराने आये आवेदकों ने उप पंजीयक पर रजिस्ट्री कराने के नाम पर 3000 मांगे जाने का आरोप लगाया ।आवेदकों ने इसकी शिकायत एसडीएम कार्यालय में भी की है।वही उप पंजीयक ने आवेदकों के आरोप को निराधार बताते हुये जमीन की बैंक में बंधक होने के कारण रजिस्ट्री नही किया जाना बताया है।

तख़तपुर उप पंजीयक कार्यालय में रजिस्ट्री के लिए आने वाले लोगो से पंजीयन शुल्क के अतिरिक्त पैसे लिए जाने की शिकायत लगातार थी।मगर कोई खुलकर इसका विरोध नही कर पा रहा था। सोमवार को यह बात खुल कर तब सामने आ गया जब जनपद क्षेत्र के घर खजुरी के आवेदकों ने एसडीएम के सामने प्रस्तुत होकर पंजीयन के बदले पैसे मांगे जाने की मौखिक और लिखित शिकायत एसडीएम कार्यलय में दर्ज कराई ।दरअसल सोमवार को सकेरी क्षेत्र के खजुरी गांव की अमरिका बाई कोसले,उर्मिला बाई , निर्मला बाई और विमला बाई अपनी जमीन को अभिषेक वानी के नाम बिक्री की रजिस्ट्री कराने तख़तपुर उप पंजीयक कार्यालय आईं थी।चारों का फोटो और हस्ताक्षर होने के बाद भी उनका पंजीयन नही हो पाया।आवेदिकाओ के साथ आये खजुरी के सरपंच प्रतिनिधि सूरज कोशले ने आरोप लगाया कि जमीन की रजिस्ट्री के लिये उप पंजीयक द्वारा 3000 रुपये मांगा गया। जिसे देने से मना करने के कारण जमीन की रजिस्ट्री नही की गई।हमने इसकी मौखिक शिकायत एसडीएम से की तो उन्होंने लिखित में शिकायत करने के लिए कहा।हमने उप पंजीयक के विरुद्ध लिखित शिकायत भी कर दिया है।

यह है पूरा मामला
आवेदकों द्वारा एसडीएम कार्यालय में दिए गए आवेदन के अनुसार सकरी राजस्व मंडल के अंतर्गत खजुरी में खसरा नंबर 73 में उक्त चारो आवेदिकाओ के संयुक्त नाम की 50 डिसमिल जमीन की बिक्री अभिषेक वानी नाम के शख्स से तय हुआ था।बिक्री की जा रही जमीन पर ऑनलाइन में बैंक में कर्ज दिखा रहा है।जबकि आवेदकों ने उस कर्जे को अदाकर उसकी रसीद भी ले ली है और ऋण पुस्तिका में भी सुधार कर लिया है।सोमवार को दोपहर दो बजे का पंजीयन टोकन मिलने पर तख़तपुर उप पंजीयक कार्यालय पहुंची थी।पंजीयन कराते समय क्रेता और विक्रेताओं के फोटो और हस्ताक्षर ले लिए गए थे।लेकिन जब जमीन के वेरिफिकेशन की बारी आई तो उप पंजीयक ने ऑन लाइन में जमीन के बैंक में बंधक होने की बात कहते हुए रजिस्ट्री कराने से मना कर दिया।इस पर आवेदकों ने उप पंजीयक को बताया कि उन्होंने बैंक का कर्ज चुकता कर देने की बात कहते हुए बैंक की पावती दिखाया और ऋण पुस्तिका में जमीन के बंधक मुक्त होने को भी दिखाया।लेकिन उप पंजीयक ने रजिस्ट्री कराने के लिए 3000 की मांग करने लगे और जब आवेदकों ने नही दिया तो उनकी जमीन की रजिस्ट्री नही कराई।जब उनकी जमीन की रजिस्ट्री नही हुई तो आवेदक एसडीएम महेश शर्मा के पास शिकायत लेकर गए।एसडीएम ने उन्हें लिखित शिकायत करने की बात कही।तो आवेदकों ने उप पंजीयक की लिखित शिकायत एसडीएम कार्यालय में की है।

उप पंजीयक का कहना है
वही उप पंजीयक व्ही एस मिंज का कहना है कि जमीन बैंक में बंधक होने पर जमीन की रजिस्ट्री नही की गई है।पैसे मांगने का आरोप निराधार है।किसी से कोई पैसे की मांग नही की गई है।उन्हें अपनी जमीन को ऑन लाइन बंधक मुक्त कराने कहा गया है।