बिलासपुर
ब्यूरो – अपने नियमितिकरण की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ 3 जून को चेतावनी आंदोलन करने जा रही है इस आंदोलन को प्रदेश के अन्य कर्मचारी संगठनों का भी समर्थन रहेगा आंदोलन के माध्यम से अनियमित कर्मचारी शासन को चुनावी वादे याद दिलाते हुए शीघ्र अति शीघ्र अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की मांग करेंगे

छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ के द्वारा कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ शासन को चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे को पूरा करने की मांग को लेकर 3 जून को रायपुर में चेतावनी धरना आंदोलन करेगी अनियमित कर्मचारियों के महासंघ द्वारा किए जा रहे इस आंदोलन को छत्तीसगढ़ के अन्य कर्मचारी संगठनों जैसे छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडेरशन, एवं छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने इस आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा की है| छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी महासंघ के प्रांतीय अध्यक्ष रवि गडपाले ने कहा कि चेतावनी सभा को अनियमित कर्मचारी संगठन के साथ-साथ नियमित कर्मचारी संगठन का समर्थन मिल रहा है| कमल वर्मा प्रांतीय संयोजक छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडेरशन, एवं विजय झा प्रांताध्यक्ष छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने इस आन्दोलन को समर्थन देने की घोषणा की है| प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ द्वारा प्रदेश के लाखों अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने वादे को अद्यतन पूर्ण नहीं करने पर 3 जून को चेतावनी सभा रायपुर में किया जा रहा है| इसके माध्यम से कांग्रेस सरकार को समय-सीमा में प्रदेश के अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने कार्यवाही करने चेताया जावेगा तथा सरकार द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं करने पर 1 सितम्बर 2022 से पूर्ण कामबंदी के साथ अनिश्चित कालीन आन्दोलन किया जावेगा|

श्रीमती भगवती शर्मा तिवारी, अजीत नाविक प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं संजय सोनी संगठन मंत्री, छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ ने कहा कि हम सरकार को चेतावनी देने जा रहे है क्योंकि कांग्रेस पार्टी का 10 दिन में नियमितीकरण का वादा जो साढ़े 3 साल में भी पूरा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का वादा 1 साल बाद नियमितीकरण करेंगे, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पिछले 3 साल में नियमितीकरण के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट पूरी नहीं हुई है। पिछले 3 साल में सरकार कर्मचारियों का डाटा इकट्ठा नहीं कर पाई है। पिछले तीन विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री द्वारा नियमितीकरण की बात स्वीकार की गई लेकिन वादा आज भी अधूरा है। आउटसोर्सिंग बंद नहीं हुआ। कर्मचारियों को मिलने वाला वेतन वृद्धि रोक दिया गया है। घोषणा पत्र में छटनी नहीं करने का वादा था लेकिन कई विभागों से छटनियां कर दी गई है। प्रेमप्रकाश गजेन्द्र प्रांतीय उपाध्यक्ष, ने अवगत कराया की चेतावनी सभा में 36 सम्बद्ध अनियमित संगठन के साथ-साथ अन्य अनियमित संघ के कर्मचारी सम्मिलित होंगे तथा प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारियों से अपील की है कि आयोजित चेतावनी सभा में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर मुहीम नियमितीकरण में अपनी भूमिका प्रदर्शित करें तथा 1 सितम्बर से पूर्ण कामबंदी के साथ अनिश्चित कालीन आन्दोलन हेतु मानसिक एवं आर्थिक रूप अपने-आप को तैयार रखें|