बिलासपुर
ब्यूरो –

रायगढ़ पुलिस ने टीकाकरण के विरोध में फेसबुक पर लगातार भ्रामक पोस्ट डालने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।विरोध की सनक इतनी थी किसने इसके लिए 18 फ़र्ज़ी अकाउंट भी बनाये थे।इनमे से अधिकांश लड़कियों के नाम से थे।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए शासन टीकाकरण को लेकर लगातार प्रयासरत है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव जाकर लोगो को जागरूक करने का की कोशिश में लगे हुए हैं ।वहीं इस दौरान कई बार स्वास्थ्य कर्मियों को गांव में भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।इसका कारण सोशल मीडिया में टीकाकरण को लेकर फैलाया जा रहा झूठ और भ्रामक जानकारियां है।लोग इन भ्रामक जानकारियों के कारण टीका लगवाने से न केवल इनकार कर रहे है बल्कि इन्हें इसके लिए जागरूक करने वालो के साथ गाली गलौच और मारपीट करने पर उतारू हो जा रहे है।

शासन ने भी ऐसे भ्रामक और झूठी अफवाहें फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाह कारण शुरू कर दिया है।ऐसी ही एक कार्यवाही रायगढ़ पुलिस के द्वारा की गई है,जिसमे टीकाकरण के बारे में भ्रामक और तथ्यहीन जानकारी फेसबुक पर पोस्ट करने पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।आशिष ठेठवार नामक इस व्यक्ति को टीकाकरण के विरोध की ऐसी सनक थी कि उसने इसके लिए अलग अलग नामो से 18 फ़र्ज़ी फेसबुक आईडी भी बना डाले।
दरअसल रायगढ़ पुलिस को सूचना मिली कि रायगढ़-छत्तीसगढ़ नाम के फेसबुक पेज पर लगातार टीकाकरण के बारे में झूठी, तथ्यहीन और भ्रामक जानकारी पोस्ट किया जा रहा है। एसपी संतोष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल को जांच के लिए आदेश दिया।साइबर सेल द्वारा फेसबुक पेज का पूरा ब्यौरा निकलने पर पता चला कि यह पेज आशिष ठेठवार पिता विनोद ठेठवार नाम के व्यक्ति द्वारा मोबाइल से संचालित किया जा रहा है। संबंधित व्यक्ति को पूछताछ करने पर पता चला की उसने इसके लिए लड़कियों के नाम से 18 फ़र्ज़ी अकाउंट भी बना रखे है।फिलहाल पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
लड़कियों की आईडी से जुड़ते है ज्यादा लोग
आरोपी ने फेसबुक पर रायगढ़ छत्तीसगढ़ के अलावा, सुजाता यादव, ऋचा यादव, सुरभि मिश्रा, डॉ कविता यादव ,डॉ आराधना साहू, डॉ निशा जैसे नामो 18 फ़र्ज़ी आईडी बना रखे थे।इनमे से रायगढ़ छत्तीसगढ़ पेज पर 4200 लोग जुड़े थे तो वहीं मिष्टी पटेल नाम की आईडी से 2700 लोग जुड़े थे।इसी तरह लगभग हर आईडी में 1000 से ऊपर लोग जुड़े हुए थे।आरोपी ने लड़कियों की फेक आईडी बनाने के बारे में बताया कि लोग लड़कियों के फ्रेंड रिक्वेस्ट जल्दी ही स्वीकार कर लेते हैं।इस तरह उसका उद्देश्य जल्दी पूरा हो जाता था।
सनक के अलावा कुछ नहीं
बैंक में काम करने वाले आशिष ठेठवार से जब पूछा गया की वह टीकाकरण का विरोध क्यों कर रहा है, तो कोई उसने कोई ठोस जवाब नही दिया। पुलिस का कहना है कि कुछ लोगोंको किसी किसी बात के विरोध का सनक लग जाता है ।आरोपी को भी टीकाकरण के विरोध की सनक थी।इसके अलावा कोई ठोस जानकारी नही मिली है।
