निर्धारित परीक्षा केंद्रों में ही होगी बोर्ड की परीक्षाएं,नही मिलेगा जनरल प्रमोशन।

बिलासपुर

ब्यूरो –

शिक्षा मंडल की परीक्षा ऑफ लाइन मोड पर परीक्षाकेंद्रों में ही होंगे।माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज इनके लिए स्पष्ट आदेश जारी कर दिया है।कोरोना संक्रमण या किसी वजह से परीक्षा नही दे पाने वाले विद्यार्थियों को ‘सी’ लिखा हुआ उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। विशेष परीक्षा देने के बाद नई अंकसूची जारी किया जाएगा।

कोरोना के कारण परीक्षा ऑनलाइन होने या रद्द होने की आस लगाए हुए 10वीं -12वीं के विद्यार्थियों और उनके पालको के लिए निराशाजनक खबर है। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आज स्पष्ट कर दिया है कि 10वीं 12वीं की परीक्षा ,परीक्षार्थियों को निर्धारित केंद्र पर जाकर ही देनी होगी।कोरोना से पीड़ित परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी।कोरोना के कारण कोई परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे पाता है या यदि किसी विद्यार्थी के क्षेत्र में कंटेनमेंट जोन बनाया गया है अथवा लॉक डॉउन किया गया है ,तो विद्यार्थी परीक्षा के नहीं दे पाने की स्थिति में परीक्षार्थी फेल नहीं होगा। किंतु जिस विषय में वह अनुपस्थित रहेगा उस विषय में ‘सी ‘ लिखा जाएगा। ऐसे विद्यार्थियों को उस विषय में कोई अंक नहीं दिये जाएंगे लेकिन उसे पास श्रेणी में उत्तीर्ण माना जाएगा। ऐसे विद्यार्थी जिनकी अंकसूची में ‘सी’ अंकित है, उनके लिए पूरक परीक्षा के साथ विशेष परीक्षा आयोजित की जाएगी। उस विशेष परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उनकी अंकसूची में ‘सी’ के स्थान पर प्राप्तांक और श्रेणी अंकित कर दिया जाएगा।इसके बाद उन्हें दूसरी अनुसूची जारी की जाएगी ।ज्ञातव्य है कि हाईस्कूल की परीक्षाएं 15 अप्रैल से और हायर सेकंडरी की परीक्षाएं 3 मई से शुरू होंगी ।कोरोना के चलते इन के आयोजन को लेकर विद्यार्थी और पालक सभी के मन में संशय था। लेकिन बोर्ड ने आज स्पष्ट कर दिया है की परीक्षाएं जफ लाइन मोड पर ही होगी। इस बीच परीक्षा केंद्रों को उत्तर पुस्तिकाएं और प्रवेश पत्र भी वितरित की जा चुकी हैं ।

यह रखना होगा प्रबंध

परीक्षा केंद्रों में कोरोना को लेकर इन बातों का विशेष ध्यान रखा जाएगा । विद्यार्थियों के बीच पर्याप्त दूरी बनाने के लिए कमरे की क्षमता से अधिक संख्या में विद्यार्थियों को बैठाये जाएंगे। सभी विद्यार्थी शिक्षक मास्क लगाकर ही परीक्षा देंगे और ड्यूटी करेंगे। परीक्षा केंद्र को सैनिटाइज करने के साथ-साथ विद्यालय में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों और ड्यूटी करने वाले शिक्षकों तथा अन्य कर्मचारियों के हाथों को सैनिटाइज किए जाने की भी व्यवस्था होनी चाहिए ।दूर दराज से परीक्षा देने वालों को लॉक डाउन की स्थिति में प्रवेश पत्र और ड्यूटी आदेश के आधार पर आने जाने की छूट मिल जाएगी।

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