मस्तूरी
सूरज सिंह –

मस्तूरी ब्लाक के पचपेड़ी क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती से लोग बहुत परेशान हैं ।आए दिन किसी न किसी वजह से घंटों बिजली काट दी जाती है,जिसके कारण ना सिर्फ व्यापारियों को बल्कि विद्यार्थियों को भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ।बिजली गुल होने से मोबाइल और लैपटॉप चार्ज नहीं होंपा रहे है।इसके कारण बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई भी ऑनलाइन व्यवधान उत्पन्न हो रहा है। कमरे के अंदर अंधेरा होने के कारण बच्चों को पढ़ाई में भाई समस्या हो रही है ।वही लोगो को अपने दैनिक जीवन के जरूरी कामो में भी अड़चने आ रही है ।लोगो को पीने के पानी नहीं मिल रहे हैं तो वही खेती बाड़ी पर भी आईचे नही होने से बुरा प्रभाव पड़ रहा है।लेकिन पचपेड़ी क्षेत्र के सब स्टेशन में पदस्थ सब इंजीनियर को।लोगो की इन समस्याओं से कोई सरोकार नही है।इंजीनियर साहब आए दिन ऑफिस से नदारद रहते हैं ।जब ग्रामीण शिकायत करने सब स्टेशन पहुंचते हैं तो वहां कर्मचारी से ही बात हो पाती है ।यहां तक कि ग्रामीण जब समस्याओं को बताने के लिए इंजीनियर को फोन करते हैं तो उनका रटारटाया जवाब रहता है ठीक है देखते हैं। कई बार तो ऐसा होता है कि इंजीनियर साहब फोन भी नहीं उठाते ।ज्यादा समस्या चिल्हाटी सब स्टेशन में हो रही है यहां से जितने भी गांव में बिजली की सप्लाई हो रही है उन सभी गांव को अघोषित बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है ।अगर बिजली कटौती 5 या 10 मिनट की हो तो समझ में आता है यहां घंटो घंटो तक बिना सूचना के बिजली बंद कर दी जाती है ,और जब उपभोक्ता जानकारी के लिए ऑफिस में किसी कर्मचारी या ऑपरेटर को फोन करते हैं तो वह उल्टा उपभोक्ता को ही खरी खोटी सुनाना शुरु कर देते हैं। जबकि राज्य सरकार विद्युत विभाग को साफ-साफ आदेश है कि बिना किसी कारण के किसी भी क्षेत्र में बिजली की कटौती बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उसके बावजूद बिजली विभाग में बैठे बड़े व छोटे अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते दिखाई देते हैं ,और सुचारू रूप से बिजली की सप्लाई देने में समर्थ नजर नहीं आ रहे हैं ।इतनी लापरवाही बरतने के बाद भी यह अधिकारी मस्तूरी में जमे हुए हैं ।वहीं आम लोगों का कहना है कि बिजली कटौती होती भी है तो अधिकारियों को सूचना देना चाहिए उपभोक्ताओं को,जिससे हम अपने काम पहले से निपटा के रखें और हमें समस्याओं से नहीं गुजरना पड़े। पर यहां सूचना देना तो बहुत दूर की बात है यहां बिना कारण घंटो बिजली काटी जा रही है। आम जनता की समस्याओं से विद्युत विभाग के अधिकारियों को कोई सरोकार नहीं है। वह तो बस ऑफिस में बैठकर कुर्सी तोड़ रहे। समझ में नहीं आता इस क्षेत्र में बिजली की समस्या कब समाप्त होगी।