तख़तपुर
ब्यूरो- तख़तपुर के रिहाइशी क्षेत्र में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर मोहन वाटिका अब क्षेत्र के लिए प्रमुख कोरोना स्रोतके रूप में सामने आ रहा है।एक ही दिन में आज तीन कोरोना पॉजिटिव दे चुका है।सुबह एक मरीज के पॉजिटिव होने की खबर आयी थी उसके बाद शाम को और दो मरीजो की पुष्टि हुई है।इस तरह तख़तपुर क्षेत्र से कुल 10 कोरोना मरीज सामने आ चुके है।लोग नगर के बीच मे एक निजी भवन को क्वारंटाइन केंद्र बनाए जाने पर सवाल खड़े करने लगे हैं।

तख़तपुर का मोहन वाटिका अब कोरोना वाटिका बनता जा रहा है।यहाँ हर रोज कोरोना मरीज मिल रहे हैं।आज सुबह एक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद शाम को फिर दो कोरोना मरीज मिलने की पुष्टि हुई है।दोनो पॉजिटिव केस ढनढन से यहाँ शिफ्ट किये गये थे।यह दोनों मरीज दिल्ली से आई ट्रैन की उसी बोगी में सवार थे, जिसमें मुंगेली जिले का पहला कोरोना मरीज जो आईएएस परीक्षा की कोचिंग के लिए दिल्ली गया था और ट्रेन से वापस आया था।दोनो मरीजो को कोविड अस्पताल बिलासपुर भेजने की तैयारी की जा रही है। आज मिले कोरोना मरीजों के साथ तख़तपुर क्षेत्र के कुल कोरोना मरीजो की संख्या 10 हो गई है।इस तरह प्रशासन द्वारा तख़तपुर को रेड जोन में रखा जाना उचित होता जान पड़ रहा है।
क्वारंटाइन सेंटर बनाये जाने पर खड़े हो रहे सवाल!
तख़तपुर में बीच शहर में एक निजी भवन को क्वारंटाइन सेंटर बनाये जाने पर लोग प्रश्न पूछने लगे है कि आखिर किन कारणों से मोहन वाटिका को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है।जबकि प्रशासन के पास पोलीटेक्नीक कॉलेज और अधिकारियो के लिए बनाये गए आवासीय भवन उपलब्ध है।इसी तरह शहर के बीच मे स्थित जेएमपी कॉलेज को भी क्वारंटाइन सेंटर बनाये जाने के लिए कहा जा रहा है कि प्रशासन को शहर के बीचों बीच क्वारंटाइन सेंटर नही बनाया जाना था।क्वारंटाइन सेंटर को शहर से बाहर बनाया जाना था।लेकिन प्रशासन भी अपनी कोई मजबूरी रही होगी जो शहर के अंदर क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है।लेकिन लोगो के बीच बातें तो प्रश्न तो उठाये ही जा रहे हैं।