धान बेचने आये किसान की खरीदी केंद्र में हुई मौत!

तखतपुर

ब्यूरो

लगता है किसानों पर किसी को भी दया नही आ रही है।न शासन को न प्रशासन को और न ही ईश्वर को।एक तरफ शासन खुद को किसानों की हितैषी बता रहा है।तो दूसरी ओर शासन की अव्यवस्था और लापरवाही के कारण किसानों की परेशनी इस हद तक बढ़ गयी है कि आज एक किसान की धान खरीदी केंद्र में अपने धान की सुरक्षा करते हुए देहांत हो गया।

मामला तखतपुर जिला सहकारी बैंक के पोंडिकला धान खरीदी केंद्र का है जहाँ एक किसानों की मौत अपने धान को बे मौसम बरसात  सुरक्षित करते समय हो गयी।बे मौसम बारिश से जहां खरीदी केंद्र में धान को सुरक्षित रखने के लिए सारी व्यवस्था करने का दावा सरकार कर रही  है ।वही खरीदी केंद्र में आने वाले किसानों को अपने धान की सुरक्षा खुद ही करनी पड़ रही है ।इसी जद्दोजहद में आज एक किसान को अपनी जान गवानी पड़ गयी।तखतपुर पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रामाधार साहू पिता सुखाडी साहू उम्र 45 वर्ष निवासी पोड़ी थाना तख़तपुर हाल मुकाम में बिलासपुर में रहता था।आज सुबह 11 बजे के आस पास  वह अपने धान को बेचने पोंडिकला खरीदी केंद्र गया हुआ था।इस बीच बे मौसम बरसात के कारण उसका धान भीगने लगा। जिसे ढंकने के लिए वह उसके ऊपर पॉलिथीन डाल रहा था।धान को ढंकते समय वह वही बेहोश होकर गिर गया।वहां उपस्थित उसके रिश्तेदार और लोगो ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर पहुंचाया ।जहां रामाधार को डॉक्टरों ने परीक्षण पश्चात मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमॉर्टेम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।


धान खरीदी केंद्र में नही सुरक्षा व्यवस्था

धान खरीदी केंद्रों में खरीदे गए धान के लिए तो सुरक्षा के पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश शासन ने दिया है।और इसका पालन करने के लिए फण्ड की व्यवस्था भी की गई है। जिससे धान को बे मौसम बरसात से सुरक्षित करने के लिए तिरपाल पॉलिथीन आदि की व्यवस्था की गई है।मगर खरीदी केंद्र में धान बेचने आने वाले किसानों की धान की सुरक्षा के लिए शासन ने हाथ खड़े कर दिए है ।और किसानों को अपने धान की सुरक्षा स्वयं ही करनी पड़ रही है। इससे किसानों की परेशानी और बढ़ जाती है।एक तरफ किसानों को टोकन के लिए लंबा  इंतजार करना पड़ रहा है और दूसरी और खरीदी केंद्र में बेचने के लिए भी उन्हें बहुत ही जद्दोजहद का सामना करना पड़ रहा है ।इसमें मौसम की मार किसानों के सिर पर ही पड़ रही है बेचने के लिए खरीदी केंद्र में लाए गए धान खुले में होने के कारण किसानों को उनकी सुरक्षा करने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है इसी जद्दोजहद में आज राम अवतार को  अपनी जान गंवानी पड़ी।


किसान खुद करें अपने धान की सुरक्षा मोहम्मद अकबर
पीछले दिनों हुए कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री मोहम्मद अकबर से  बे मौसम बारिश से धान की सुरक्षा के बारे में प्रश्न किया। तो खरीदे गए धान की सुरक्षा के लिए कैप कवर , तिरपाल और पॉलिथीन  की व्यवस्था से धान की सुरक्षा की बात कही ।मगर जब उनसे प्रश्न किया गया कि बेचने लाये गए किसानों के धान की सुरक्षा के क्या प्रबंध किए गए है? तो उनका जवाब था कि यह किसानों की खुद की जिम्मेदारी है। शासन को क्या पता कौन कहाँ से धान ला रहा है ?और किसानों को भी मौसम को देखते हुए अपने धान खरीदी केंद्र में लाना चाहिए।

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