मुंगेली
विनोद रायसागर
2000 रुपए के मूली वर्ग के नोटों का 30सितंबर के बाद चलन से बाहर हो जाने के निर्देश के बाद निजी संस्थाओं और व्यक्तियों के द्वारा तो 2000 रुपए के नोट लेने से परहेज किया ही जा रहा है । लेकिन अब मुंगेली डाक घर के कर्मचारियों द्वारा भी 2000 रुपए के नोट नहीं लिए जाने का मामला सामने आया है।बात यही तक नहीं रुकी कलेक्टर के निर्देश पर पहुंचे तहसीलदार के समझाने और निर्देश देने के बाद भी डाक घर कर्मियों द्वारा मनमानी करते हुए 2000 रुपए के नोट लेने से इंकार कर दिया गया।इसके बाद पीड़ित ने डाक कर्मियों के विरुद्ध भारतीय मुद्रा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किए जाने का आवेदन दिया गया है।

मुंगेली के डाकघर की मनमानी से आम जनता हलाकान तो हैं ।यहां के कर्मचारी शायद अपने आप को जिला दंडाधिकारी से भी ऊपर समझते है। इसलिए ही कलेक्टर के निर्देश को भी दरकिनार कर दिया जाता है। ताजा मामले में डाकघर के कर्मचारी 2000 रुपए के नोट न लेकर भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय करेंसी का अपमान भी कर रहे हैं। इसकी शिकायत कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायकर्ता स्वतंत्र तिवारी अधिवक्ता ने कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायत में बताया गया कि दिनांक 27/07/2023 को उनके द्वारा मुंगेली डाकघर के काउंटर में 2 लेटर रायपुर स्पीड पोस्ट किया गया तथा 5 पोस्टल आर्डर लिया गया।इसका कुल बिल 138 रूपये काउंटर के कर्मचारी द्वारा बताया गया। भुगतान के लिये संबंधित काउंटर में उनके द्वारा 2000 रूपये का नोट नगद दिया गया, तो डाकघर के काउंटर में बैठे कर्मचारी व पोस्ट मास्टर द्वारा 2000 रूपये का नोट लेने इंकार कर दिया गया।उनके द्वारा कहा गया कि यहां 2000 रूपये का नोट नहीं चलता है।

उनके इस तरह जवाब देने पर शिकायकर्ता ने डाकघर में 2000 रूपये का नोट नहीं चलता है ,यह बात लिख कर देने और आरबीआई के दिशा निर्देश दिखाने के लिए कहा। तब भी डाकघर प्रबंधन द्वारा न ही लिख के दिया गया और न ही कोई दिशा-निर्देश दिखाया गया। जिसके बाद पीड़ित ने तुरंत कलेक्टर मुंगेली को मोबाईल से सूचना दी।मुंगेली कलेक्टर राहुलदेव ने मामले तो तत्काल संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार को निर्देशित किया। तहसीलदार के पहल करने के बाद भी पोस्टमास्टर व डाकघर प्रबंधन द्वारा 2000 रूपये का नोट लेने इंकार कर दिया गया। डाक कर्मियों की यह हरकत भारतीय रिजर्व बैंक दिशा-निर्देश व नियम-कानून के विपरीत है। साथ ही यह भारतीय करेंसी का अपमान हैं। साथ ही कई ऐसे भी व्यक्ति या अभ्यर्थी हैं जो डाकघर में जा रहे है उनसे भी 2000 रूपये का नोट लेने इंकार किया जा रहा है,जिससे आम जनता को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।
शिकायकर्ता ने भारतीय करेंसी का अपमान करने एवं भारतीय रिजर्व बैंक व नियम-कानून के विपरित कार्य करने वाले मुंगेली डाकघर के अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करते हुये ।एफआईआर दर्ज कर उचित कानूनी कार्यवाही करने का आदेश दिये जाने की मांग मुंगेली कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से की हैं।