बिलासपुर
कोटा थाना क्षेत्र के कलमीटार रेलवे ट्रैक पर मिली अज्ञात लाश की गुत्थी सुलझाने हुए पुलिस ने 5आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।अपनी बेटी के कहने पर ससुर ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस हत्या कांड को अंजाम दिया था और आत्महत्या का रूप देने के लिए रेलवे ट्रैक पर लाश को फेंक दिया था।बिलासपुर में मामले का खुलासा करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने पूरे घटना क्रम को बताया।

27मई को कोटा थाने में सूचना मिली कि कलमीटार स्टेशन के पास रेल्वे ट्रेक में अज्ञात 30 वर्षीय पुरूष का शव पडा हुआ है । सूचना पर थाना कोटा पुलिस द्वारा मौके पर पहुॅच कर शव का पंचनामा किया गया अज्ञात शव के सिर के पीछे हिस्से में गंभीर चोंट के निशान थे ।शव का आस-पास के ग्रामिणो से पहचान कराने का प्रयास किया गया किन्तु पहचान नही हो पाया अज्ञात पुरूष की हत्या कर दुर्घटना का रूप देने रेलवे ट्रेक पर फेंका गया था। अज्ञात शव की पहचान के प्रयास किए जा रहे थे।मृतक की कमीज के जेब में मंगला चैक स्थित रेस्टोरट के मालिक का मोबाईल नम्बर के आधार पर होटल के मालिक से संपर्क किया गया जिस पर उसके द्वारा रेस्टोरंेट में शेफ का काम मांगने आना बताया गया। लेकिन युवक की पहचान नही होना रही थी। पुलिस टीम द्वारा विभिन्न चौक चैराहो में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरो को खंगाला गया। काफी मेहनत के बाद दिनाॅक 31.05.23 को मंगला चौक वंदना हास्पिटल के पास स्थित होटल में लगे सी.सी.टी.वी कैमरे को बारिकी से देखने पर उक्त मृतक वहाॅ दिखाई दिया तथा लगातार कैमरे का अवलोकन करने पर लगभग 02 घण्टे तक मृतक होटल के आस-पास बार-बार आते जाते हुये देखा गया। मृतक के फोटो को होटल के कर्मचारी को दिखाकर पूछने पर मृतक को होटल की महिला कर्मचारी दुर्गा सिगरौल से कई बार मिलने आना जाना बताया।

पत्नी ने पहचाना और कबूली हत्या की बात
दुर्गा सिंगरौल ने मृतक की फोटो देखकर अपने पति योगेशवर सिंगरौल होना बताया। पुलिस द्वारा दुर्गा सिंगरौल से बारिकी एवं कडाई से पुछताछ करने पर उसने बताया कि दोनो करीब 03 वर्ष से अलग अलग रह रहे हैं और कोर्ट में केस भी चल रहा है। मृतक योगेशवर सिगरौल द्वारा उसके चरित्र में शंका करने और बार बार मारपीट एवं प्रताडित करने से तंग आकर दुर्गा ने अपने पिता रामावतार सिंगरौल को फोन करके महावीर होटल के पास बुलाया और योगेशवर सिगरौल को अपने रास्ते से हटाने के लिये बोली। रामावतार सिगरौल द्वारा अपने अन्य साथीयों विनोद सिंगरौल एवं लखन साहू द्वारा मृतक योगेशवर सिंगरौल को मौके पर मारपीट कर हाथ बांधकर मोटर सायकल से ग्राम मोछ ले गए और वहाॅ भी बेरहमी से मारपीट किया। तिफरा निवासी लाला उर्फ विशम्भर लोनिया को बुलाकर दो मोटर सायकल में चारो आरोपीयों द्वारा योगेशवर सिगरौल को मोटर सायकल में बैठाकर कलमीटार रेल्वे स्टेशन के पास ले जाकर हत्या करने की नियत से चारो लोग मिलकर मारपीट किये तथा उसी दौरान रामअवतार द्वारा रेल्वे ट्रेक के पास पडे पत्थर से मृतक के सिर के पीछे मारकर हत्या कर दी और दुर्घटना का रूप देने के लिये चारो आरोपीयो द्वारा शव को घसीटकर रेलवे ट्रेक पर रख दिया गया । जब ट्रेन उस ट्रेक से गुजर रही थी तभी ट्रेन के ड्राईवर द्वारा शव को देखकर पहले ही ट्रेन रोक दिया गया और पुलिस को सूचना दी गई। दुर्गा सिंगरौल सहित उसके पिता रामावतार सिंगरौल और अन्य आरोपियों को अलग-अलग जगह से घेराबंदी कर हिरासत में लेकर रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।