बिलासपुर
तखतपुर एसडीएम ने विभाग प्रमुखों की महत्वपूर्ण बैठक में नहीं आने वाले चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है।अधिकारियों से तीन दिवस के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
तखतपुर एसडीएम सूरज कुमार साहू ने 26 मई को एसडीएम कार्यालय में आम निर्वाचन की तैयारी, विभागीय कार्यों की समीक्षा एवं कार्यालय में अधिकारी / कर्मचारियों की समय पर उपस्थिति के संबंध में बैठक में सभी विभाग प्रमुखों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के लिए निर्देशित किया था।मगर कुछ विभाग प्रमुखों ने इस महत्वपूर्ण बैठक में आना जरूरी नहीं समझा। अधिकारियों की इस हरकत को उच्चाधिकारियों के निर्देशों का उल्लंघन और शासकीय कार्यों के प्रति उदासीनता मानते हुए एसडीएम सूरज कुमार साहू ने स्वास्थ्य विभाग के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील हंसराज, खाद्य निरीक्षक श्याम वस्त्रकार ,वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ए के सत्यपाल और विद्युत विभाग के सहायक अभियंता सौरभ विश्वकर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिवस के भीतर अपना पक्ष रखने के लिए कहा है।

कुछ ही दूरी पर कार्यालय फिर भी नही पहुंचे बैठक में
तखतपुर के सभी महत्वपूर्ण कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय के आसपास ही है। स्वास्थ्य विभाग का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और खंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय तो एसडीएम कार्यालय के महज 100 मीटर की दूरी पर ही है।फिर भी बीएमओ डॉ सुनील हंसराज बैठक में नही आए ।यह स्पष्ट रूप से अधिकारियों के निर्देशों की अनदेखी और अपनी मनमर्जी करने को दर्शाता है।वैसे भी आजकल वे अपने विभाग के कर्मचारियों के साथ विवाद को लेकर उलझे हुए है ,तो शायद बैठक में आने का ध्यान नहीं रहा हो।इसी तरह वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी का कार्यालय भी एसडीएम कार्यालय परिसर के दूसरी ओर है,फिर भी ए के सत्यपाल बैठक में नही पहुंचे ।खाद्य विभाग का तो तखतपुर में कहीं कोई कार्यालय ही नही है अतः कह नहीं सकते की खाद्य निरीक्षक से अगर कोई काम पड़ जाए तो कहां मुलाकात हों पाएगी? खाद्य निरीक्षक से केवल दूरभाषिक संपर्क हो सकता है ।इसमें भी वे कभी मीटिंग में तो कभी जांच में व्यस्त होनें की बात करते है।लेकिन एसडीएम द्वारा बुलाई गई बैठक शायद उन्हे महत्वपूर्ण नही लगा हो इसलिए उपस्थित नही हुए।वैसे भी क्षेत्र से आमजनों की राशन वितरण को लेकर मिलती शिकायत और शहर में घरेलू गैस के धडल्ले से व्यवसायिक उपयोग उनके द्वारा किए जा रहे जांच की पोल खोल रहे है। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कभी किसी बैठक में शामिल होना जरूरी समझा ही नहीं ,तो उनकी अनुपस्थिति कोई नई बात नही है।वैसे भी जनपद के सामान्य सभा की बैठक में विभाग की अनुपस्थिति को लेकर कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया जा चुका है ।उसके बाद भी किसी बैठक में उपस्थिति देना जरूरी नहीं समझते हैं।